भारतीय रेलवे ( IRCT ) सिलीपर ( SL ) class और 3rd Ac में कितना अंतर होता है
3rd AC में किया खास होती है😞
दोस्तो मैं आज भारतीय रेलवे के 3rd Ac में सफर कर रहा तो मुझे लगा कि मै आज आप सभी को SL और 3RD AC में कोच में किया अंतर होता है बताए ।
दोस्तो सबसे पहले ही में आप को बता दू की के दोनों कोच में कुछ जादा अंतर नहीं होता है । जो अंतर होता है मै आप सभी को नीचे बता रहा हूं 👇
जैसा कि आप सभी को पता ही होगा सिलीपर कोच में 72 सीटें होती है ।
6 सीटें एक तरफ़ 2 सीटें एक तरफ़ होती है ऐसे में आठ आठ के 9 केबिन ( भाग) होते है जो कि एक बोगी में 72 सीटें हो गई ।
सिलीपार कोच में एक परेशानी है जो कि उसे जाडा तर लोग को झेलना पड़ता है ।
जब रेल गाड़ी चलती है तो पहियो और पटरियों के घरसड़ जो आवाज आती है बहुत जड़ा ही सुनाई देती है।
लेकिन इस आवाज से यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होती है।
इनकी खिड़की में दो कभर होता है ।
1. सरियो का जली लगाया होता है उसमे कुछ गैफ( 2 सरियो के बीच कुछ खाली स्थान) होती जिसमें से कोई भी व्यक्ति अपना हाथ अंदर बाहर कर सकता है और भी बहुत कम कर सकता है इन खिड़कियों से ।
2. इसमें एक सीसे सतार लगाया होता है।यह सतार बारिश और ठंड के समय बहत काम करता है।
होता ऐसा है कि सीटें होती है 72 लेकिन उसी में RAC और वेटिंग लिस्ट वालो को डाल देती है । ऊपर से जनरल ( चालू ) टिकेट वाले व घुस जाते है । जिससे कभी कभी सिलिपार कोच में भिड़ जड़ा हो जाता है ।
जिसके वजह से जिनके पास कन्फर्म सीटें होती है उनको भी बहुत परेशानी झेलना पड़ जाता है ।
भीड़ के समय अगर कोई बीमार व्यक्ति सफर करे तो उसको सबसे जड़ा परेशानी होता है।
सीलीपर कोच में कोई अलग से रेलवे की तरफ़ से फीरी का सबिधा नहीं मिलता है।
अब हम आप को बताने का रहे है कि 3RD AC में किया अंतर होता है और किया खास होता है।
इस कोच में कुछ जड़ा अंतर नहीं होता है। जो मुख्य अंतर है वह मै अपने अनुभव के अनुसार नीचे बताया है 👇
जैसा कि आप नाम से अंदाजा लग जाता है AC मतलब तापमान में अंतर तो मिलेगा ही।
3rd AC के कोच में सीटें सिलीपर क्लास की तरह ही होता ।
लेकिन सीटों के आधार पर आप को अंतर नहीं समझ आएगा ।
जो खास बाए है वह मै आप को बता रहा हूं ।
इस कोच में आप को रेलवे की तरफ से दो चादर सफेद रंग का मिलता है ।ठंड के समय एक साथ में कम्बल भी मिलता है।
इसमें खिड़की पूरा सीसे का होता है और पैक भी होता है इसमें से आप अपना हाथ अंदर भर नहीं कर सकते है ।
लेकिन बाहर का नजरा बिल्कुल साफ़ साफ़ दिखता है।
इसमें गाड़ी और परियो पे बीच होने वाले घर्षण से होने वाले आवाज बहुत ही कम सुनाई देता है ।
इसमें वेटिंग लिस्ट वाले नाम मात्र के होते है जिससे इसमें भीड़ नहीं होती । यही कारण है कि सिलीपर कोच के अपेक्षा Ac कोच में यात्रा करना जड़ा अच्छा लगता है।
और परेशानी भी बहुत कम होता है।
इन टिकटों के दाम में बहुत ही अंतर है ।
सीलिपर कोच के मूल्य से लगभग 76 फीसदी जदा 3Rd AC का मूल्य देना पड़ता है।
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